शहर के इंजीनियर नकुल चौधरी ने जुगाड़ कर 40 हजार रुपए में एक ऐसी मशीन तैयार की है जो महज एक रुपए से भी कम की लागत पर एक व्यक्ति को सैनिटाइज कर सकती है। इस मशीन को जोधपुर स्थित मथुरादास माथुर अस्तापताल में भेंट किया गया है। मशीन पांच गुणा पांच फीट चौड़ाई एवं आठ फीट लम्बाई की बनी हैं। जिसमें 12 फव्वारे लगे हैं। उसको प्लास्टिक से कवर किया गया है। जिसमें आदमी घुसते ही पांच सैकेंड के लिए हाइपो क्लोराइड युक्त पानी के फव्वारे चालू हो जाते हैं। जिससें आदमी का पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाता है। मशीन में हाफ हार्सपावर की मशीन लगी है जिससे फव्वारे चलते हैं।
घर में पड़े सामान से बनाया, 40 हजार है लागत
नकुल चौधरी आईआईटी खड़कपुर से एमटेक है। उनके पिता के सहयोग से उन्होंने घर में पड़े सामान से इस मशीन को बनाया है। चौधरी ने बताया कि टेस्टिंग के तौर पर मशीन को एमडीएम अस्पताल जोधपुर में नि:शुल्क लगाया है। आगामी एक दो दिन विश्लेषण के बाद नई मशीनें बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। एक मशीन की कीमत अनुमानित चालीस हजार रुपए तक आएगी।
ऐसे आया आइडिया
इंजीनियर चौधरी के पिता जयसिंह चौधरी पीएचईडी विभाग के चीफ इंजीनियर पद से रिटायर्ड है। उन्होंने अपने पुत्र को इस महामारी से बचाने के लिए कुछ अलग करने का आइडिया दिया। इस पर इंजीनियर चौधरी व उनके मित्र उप राजकीय अधिवक्ता राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर रामदयाल चौधरी के सहयोग से मशीन का निर्माण किया।